पूजती

पूजती

माखन चोर नन्द किशोर बांधी,
जिसने प्रीत की डोर,
हरे कृष्ण हरे मुरारी पूजती जिन्हें,
दुनिया सारी,
आओ उनके गुण गाएं सब मिल के,
जन्माष्टमी मनाये |